Monday, February 29, 2016

ज्योतिष के इन उपायों से आपके 'वो' मानते हैं आपकी हर बात

पति, बॉयफ्रेंड का गुस्सा ऐसे करें दूर

अगर कोई व्यक्ति बहुत अधिक गुस्सा करता हो तथा अपनी पत्नी या गर्लफ्रेंड के साथ शराफत से पेश नहीं आता है तो उसे इस उपाय से तुरंत ही लाभ होता है। इस उपाय के अनुसार जब वह व्यक्ति (पति अथवा बॉयफ्रेंड) गहरी नींद में सो रहा हो तब एक नारियल, सात गोमती चक्र और थोड़ा का गुड़ लेकर उन सब को एक पीले कपड़े में बांध कर पोटली जैसा बना लेना चाहिए।

अब इस पोटली को सोते हुए आदमी के ऊपर से सात बार फिरा कर (उसार कर) पानी में बहा देना चाहिए तथा साथ ही प्रतिदिन सुबह स्नान कर सूर्य को अर्ध्य देना चाहिए। इससे उस व्यक्ति का गुस्सा तुरंत ही दूर हो जाएगा। 

बहुत बार हम किताबें पढ़कर या दूसरों से सुनकर ज्योतिष संबंधी टोने-टोटके आजमाते हैं। परन्तु किसी विद्वान ज्योतिषी से पूछे बिना ऐसा करना आपके लिए जानलेवा भी हो सकता है अगर आपकी कुंडली में ग्रह-गोचर सही नहीं चल रहे हों तो। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ उपायों के बारे में जो आपको सोच-समझ कर ही करने चाहिए



कबूतरों को दाना डालना

अक्सर ज्योतिषियों द्वारा लोगों को कबूतरों को ज्वार (दाना) डालने का उपाय बताया जाता है। परन्तु यह उपाय कभी भी अपने घर की छत पर नहीं करना चाहिए। इस उपाय को या तो अपने आंगन में या घर से बाहर ही डालना चाहिए, घर की छत पर नहीं अन्यथा इससे बहुत बडा़ नुकसान भी हो सकता है।

वास्तव में जिनकी जन्मकुडंली में बुध और राहू की गलत युति बन जाती है या दोनों किसी तरह से आपस में योग बनाकर व्यक्ति को कष्ट देने लगते हैं तो यह कबूतरों को छत पर ज्वार डालने का उपाय उनके लिए मारक उपाय बन जाता है। इसका कारण है कि घर की छत और उड़ने वाले पक्षी दोनों ही राहू माने गए हैं।

जब कबूतर घर की छत पर आकर दाना चुगते हैं तो वे वहां पर बीट भी कर देते हैं जिससे छत गंदी हो जाती है, ऐसा होते ही जन्मकुंडली का खराब राहू प्रबल हो जाता है और व्यक्ति को अधिक कष्ट देने लगता है। अतः ऐसे में यही बेहतर है कि कबूतरों के लिए निर्धारित स्थान पर ही दाना डाले अथवा घर की छत को नियमित रूप से पानी से धोते रहे इससे इसका बुरा असर समाप्त हो जाता है।


न लोगों को कराएं भोजन

महाभारत में लिखा है 

पितृन् देवानृषीन् विप्रानतिथींश्च निराश्रयान्।
यो नरः प्रीणयत्यन्नैस्तस्य पुण्यफलं महत्।।

श्राद्ध पक्ष में सुबह भोजन करने के पहले अपने घर के पितृगणों को भोग लगाने से घर परिवार से जुड़ी सभी समस्याएं समाप्त हो जाती है। पंड़ितों तथा ऋषियों को भोजन करवाने से उनका आशीर्वाद मिलता है। इससे मनुष्य के घर-परिवार पर आने वाली जानी-अनजानी समस्याओं का निवारण हो जाता है। घर आए मेहमानों को जलपान करवाने तथा उनका आदर-सत्कार करने से देवता प्रसन्न होते हैं। जिन घरों में घर आए मेहमानों को भोजन करवाया जाता है वहां रहने वालों पर भाग्यलक्ष्मी सदा प्रसन्न रहती है। इसके अलावा भिखारियों, भूखे जानवरों तथा अन्य जरूरतमंदों को भी समय-समय पर अन्न-जल का दान करते रहने से घर की सभी समस्याएं दूर होती है। -


चावल के दानों का उपाय

किसी भी दिन जब शुभ मुहूर्त हो, सुबह जल्दी उठ कर एक लाल रेशमी कपड़े में चावल के 21 दाने बांधें। चावल के सभी दाने अखंडित होने चाहिए। इसके बाद मां महालक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करें तथा इस पोटली को उन्हें समर्पित करें। पूजा के बाध इस लाल कपड़े की पोटली को अपने पर्स में छिपाकर रख दें। इससे जीवन में कभी भी पैसे की कमी नहीं आती और उस आदमी के पैसे से संबंधित सभी कार्य अपने आप बनते चले जाते हैं। इस प्रयोग में एक बात की विशेष ध्यान रखें कि उस पर्स में कभी भी कोई भी अशुद्ध और अधार्मिक वस्तु (जैसे अश्लील चित्र) न रखें।

कर्जा चुकाने का उपाय

अगर आप के उपर भारी कर्जा है और आप उसे चुका नहीं पा रहे हैं तो इन उपायों से भी आपका कर्जा जल्दी ही चुक जाएगा और घर में पैसे की आवक भी शुरू हो जाएगी। कर्जा केवल शुक्रवार या सोमवार को ही लेना चाहिए, इसके साथ ही कर्जे की पहली किस्त मंगलवार को ही चुकानी चाहिए, इससे तुरंत ही सारा कर्जा दूर हो जाता है। यदि किन्हीं कारणों से ऐसा नहीं हो पाया तो निम्न उपाय करना चाहिए ताकि आपकी आर्थिक तंगी तुंरत ही दूर हो सकेः

उपाय 1- पांच गुलाब के पूरी तरह से खिले हुए फूलों को गायत्री मंत्र पढ़ते हुए डेढ़ मीटर सफेद कपड़ें में बांध दे तथा इसे नदी में प्रवाहित कर दीजिए। इससे आपका कर्जा चुकना शुरू हो जाता है।
उपाय 2- कच्चे आटे की लोई में थोड़ा सा गुड़ भरकर उसे नदी में प्रवाहित कर दें।
उपाय 3- पांच गुलाब के फूल, चांदी का छोटा सा टुकड़ा, चावल और गुड, सफ़ेद कपड़े में रख कर 21 बार गायत्री मन्त्र का पाठ करें तथा मां गायत्री से मन ही मन आर्थिक संकट जल्दी से जल्दी दूर करने की प्रार्थना करें। बाद में इस पूरी सामग्री को नदी में प्रवाहित कर दें।

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