गुरूवार को घर पर बनाएं यह पोटली और सोने से भर लें अपनी तिजोरी
गुरूवार का दिन वास्तु और ज्योतिष के संदर्भ में अत्यधिक शुभ माना जाता है।
बृहस्पतिवार मूलत: देवी लक्ष्मी के नाथ भगवान विष्णु को समर्पित है। यह
सर्वज्ञात है की देवी लक्ष्मी भगवान विष्णु के बिना कहीं ठहरती नहीं हैं।
गुरूवार को बृहस्पतिदेव से जोड़कर देखा जाता है। बृहस्पति को तथा बृहस्पति
देव को शिव भक्त के रूप में भी जाना जाता है। वास्तु के दृष्टिकोण से
बृहस्पति देव की दिशा उत्तर पूर्व अर्थात ईशान कोण है। ईशान कोण को ईश्वर
और कुबेर की दिशा माना जाता है। जिसका धन संग्रह और सोने की प्राप्ति के
लिए सर्वोत्तम आशय माना जाता है।
गुरूवार के दिन बनाई गई ये पोटली आपका धन और सोने का खजाना भर सकती है।इस
पोटली में समाहित कुछ विशेष चीजें आम घर में होने वाली चीजों से बनाई जाती
हैं। इस पोटली को बनाने के लिए गुरूवार का प्रदोषकाल श्रेष्ठ माना जाता है।
घर के पूजा घर में एक पीला कपड़ा बिछा लें इच्छानुसार उसमें यह चीजें भर
लें चना दाल, हल्दी की गांठे, एक साबुत लाल मिर्च और सोने का एक टुकड़ा। इस
पोटली को पूजा घर में विधिवत पूजन कर तथा देवों पर अर्पित कर मौली से बांध
लें। इसके बाद सूर्य अस्त से पहले इस पोटली को घर की तिजोरी में रख लें।
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